Kautilya Arthashastra - Prachina Bharatiya Mulya evam Darshan (Part 1)

Author:

Sushim Dubey

Publisher:

DK Print World Ltd

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Publisher

DK Print World Ltd

Publication Year 2018
ISBN-13

9788124609378

ISBN-10 8124609373
Binding

Hardcover

Number of Pages 164 Pages
Language (Hindi)
Weight (grms) 550
कौटिल्य-अर्थशास्त्र प्राचीन भारतीय आर्थिक परम्परा का आधारभूत ग्रन्थ है। भारत का प्राचीन आर्थिक इतिहास सामाजिक संरचना, राजनीतिक मान्यताओं इस ग्रन्थ में जो प्रतिनिधिक वर्णन मिलता है, वह किसी भी अन्य ग्रन्थ में दुर्लभ है। सत्ता एवं शक्ति, न्याय एवं दण्डनीति, वार्ता एवं आन्वीक्षिकी, नगर-जनपद-ग्राम्य की संरचना से लेकर सुचारू अर्थव्यवस्था, स्वर्ण-नीति, मौद्रिक-नीति एवं लोक-कल्याणकारी तथा निष्टकण्टक राज आदि सिद्धान्त, कौटिल्य-अर्थशास्त्र को विश्व के आर्थिक इतिहास में महत्वपूर्ण ग्रन्थ के रूप में प्रतिष्ठित करते हैं। कौटिल्य के अर्थशास्त्र में विषय-वस्तु की गहनता एवं ऐतिहासिक कालक्रम में उनका इदम्प्रथमतया प्रणयन कौटिल्य को विश्व में अर्थशास्त्र का पुरोधा घोषित करते हैं।

Sushim Dubey

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