Jeevan Ke Din (Hb)

Author:

Prabhat

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs386 Rs495 22% OFF

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2020
ISBN-13

9789388753371

ISBN-10 9789388753371
Binding

Hardcover

Number of Pages 176 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 320
N.A.

Prabhat

जन्म: 1972, राजस्थान में करौली जिले के रायसना गाँव में। अपनों में नहीं रह पाने का गीत (कविता-संग्रह) साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली से प्रकाशित। बच्चों के लिए गीत, कविता, कहानियों की पच्चीस किताबें प्रकाशित। बज्जिका, छत्तीसगढ़ी, बैगा, अवधी, कुडुख, धावड़ी, भीली, बघेली इत्यादि लोक-भाषाओं में बच्चों के लिए लगभग चालीस किताबों का सम्पादन-पुनर्लेखन। कहानीकार डॉ. सत्यनारायण के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित मोनोग्राफ राजस्थान साहित्य अकादेमी से प्रकाशित। युवा कविता समय सम्मान (2012), सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार (2010), बिग लिटिल बुक अवार्ड (2019) से सम्मानित। सम्प्रति: शिक्षा के क्षेत्र में स्वतंत्र कार्य।.
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