Caligula (Hindi)

Author:

Sharad Chandra

,

Albert Camus

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2023
ISBN-13

9788119835034

ISBN-10 8119835034
Binding

Paperback

Edition 1st
Number of Pages 160 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 21X13.5X1.5
Weight (grms) 172

‘कालिगुला’ रोमन साम्राज्य के निरंकुश तानाशाह की मर्मांतक कहानी है जो अपने मारे जाने के षड्यंत्रों के बीच भी 'निर्भय' है। उसकी तानाशाही ने सदाचार को, ईमानदार आदमी को चाबुक पर नचाया है। उसे उन लोगों के चेहरों की मलिनता और गंध बड़ी निकृष्ट लगती है, जिन्होंने न दुःख भोगे न जोखिम उठाए, जो सद्गुणों की जैसे दुकान लगाते हैं, सुरक्षा का स्वप्न ऐसे देखते हैं जैसे कोई युवती प्रेम का। शायद ये इसी भय में अन्ततः मर भी जाएँगे बिना यह जाने कि उन्होंने जिन्दगी भर झूठ बोला है। ये लोग न्यायकर्ता कैसे हो सकते हैं? ऐसी तमाम बातें, तमाम चीजें बेबाकी से सोचनेवाले निरंकुश, क्रूर और अनिष्टकारी कालिगुला को सारी वर्जनाओं के बावजूद किसी महानायक की तरह स्थापित करती चली जाती हैं। कालिगुला की मुक्ति की छटपटाहट और मनुष्य के मनोभावों पर निरपेक्ष पकड़ से ही उसके लिए चाँद जरूरी हो जाता है।वह खुद से कहता है, ‘कालिगुला, तुम भी, तुम भी दंड के भागी हो। किसी से कुछ कम, किसी से कुछ ज्यादा लेकिन इस न्यायाधीशविहीन संसार में जहाँ कोई भी निर्दोष नहीं, कौन हिम्मत करेगा कि मुझे दोषी ठहराए?’

Sharad Chandra

डॉ. शरद चन्द्रा का जन्म 2 जनवरी, 1943 को राजस्‍थान के जयपुर में हुआ। शिक्षा: एम.ए., पीएच. डी.। भारत में फ्रांसीसी भाषा व साहित्य के विद्वानों में से एक। दिल्ली, राजस्थान और नाइजीरिया के विश्वविद्यालयों एवं इग्नू में अध्यापन। प्रकाशित कृतियाँ: अल्बैर् कामू और भगवद्गीता, Albert Camus: Sense of the Sacred, Three Essays on Indian Art & Architecture, Albert Camus and Blanche W. Knoph, Albert Camus and Indian Thought, Camus and India (चिन्तन); एकान्त में अकेले, तो क्या, The Visit and other Stories, पादरी माफ़ी माँगो, Mutiny in the Ark (कहानी-संग्रह); Albert Camus et L'Indc (Paris), मरता शहर, A look Around (कविता-संग्रह); The Higher Fidelity, Anthology of French literature आदि। अनूदित पुस्तकें (मूल फ्रेंच से): कालिगुला, न्यायप्रिय, सुखी मृत्यु, निर्वासन और आधिपत्य, अर्थदोष, पहला आदमी, एक बेचैन का रोज़नामचा, पहचान के नाम पर हत्याएँ, संगे सबूर (उपन्यास)। वह मैं नहीं हूँ (कविता)। आत्मा की खोज (फर्नांदो पैसोआ की चुनिंदा गद्य रचनाएँ), नाविक (फर्नांदो पैसोआ कृत 'ओ मेरिनिरो' का अनुवाद), फ्रांसीसी कविताओं का संकलन, फ्लैंडर्स रोड: क्लोद सीमों, शब्द: ज्याँ पाल सार्त्र, तोवॅलमैन: मिशेल देओं, रैम्बो की कविताएँ, फर्नांदो पैसोआ की कविताएँ आदि। सम्मान: फ्रांसीसी अकादमी, पेरिस द्वारा वर्ष 1992 के ग्रों प्री पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय; द्ववागिश सम्मान, 1993; गुलबेन्कियन फाउंडेशन फैलोशिप, लिज़्बन, पुर्तगाल, 1995; रेज़ीडेंट अनुवादक फैलोशिप, संस्कृति मंत्रालय, फ्रांस, 1996 हैरी रैंसम रिसर्च सेंटर फेलोशिप, आदि। देश-विदेश के अनेक आयोजनों में व्याख्यान एवं विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों में सक्रियता। सम्प्रति: स्वतंत्र लेखन।.

Albert Camus

Albert Camus (1913-60) grew up in a working-class neighbourhood in Algiers. He studied philosophy at the University of Algiers, and became a journalist. His most important works include The Outsider, The Myth of Sisyphus, The Plague and The Fall. After the occupation of France by the Germans in 1941, Camus became one of the intellectual leaders of the Resistance movement. He was killed in a road accident, and his last unfinished novel, The First Man, appeared posthumously.
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