Bahati Ganga

Author:

Shivprasad Mishra 'Rudra'

Publisher:

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

Rs175 Rs199 12% OFF

Availability: Available

Shipping-Time: Same Day Dispatch

    

Rating and Reviews

0.0 / 5

5
0%
0

4
0%
0

3
0%
0

2
0%
0

1
0%
0
Publisher

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

Publication Year 2019
ISBN-13

9788171194780

ISBN-10 8171194788
Binding

Paperback

Number of Pages 164 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 21 X 14 X 2.5
Weight (grms) 200

बहती गंगा' अपने ढंग की अनूठी रचना है। यह अकेली रचना इसके लेखक शिवप्रसाद मिश्र ‘रुद्र’ काशिकेय को अक्षय कीर्ति दे गई है। भिन्न-भिन्न शीर्षकों से सत्रह अध्यायों में विभक्त यह कृति आख्यान और किंवदंतियों का एक अद्भुत मिश्रण वाला उपन्यास है। अलग-अलग अध्याय अपने आप में पूर्ण एक कथा होने के साथ-साथ किसी चरित्र के माध्यम से विकसित होकर परवर्ती अध्याय की कथा से जुड़ते दिखाई पड़ते हैं। परम्परागत अर्थों में किसी केन्द्रीय चरित्र या कथानक की जगह सारे चरित्र और सभी आख्यान बनारस की भावभूमि, उसके इतिहास, भूगोल, उसकी संस्कृति और उत्थान-पतन की महागाथा बनते हैं। अध्यायों के शीर्षक ही नहीं, भाषा, मानवीय व्यवहार और वातावरण का चित्रण बेहद सटीक और मार्मिक है। सबसे बड़ी बात यह है कि रचनाकार यथार्थ और आदर्श, दंतकथा और इतिहास मानव-मन की दुर्बलताओं और उदात्तताओं को इस तरह मिलाता है कि उससे जो तस्वीर बनती है वह एक पूरे समाज, की खरी और सच्ची कहानी कह डालती है।

Shivprasad Mishra 'Rudra'

शिवप्रसाद मिश्र 'रूद्र' जन्म: 27 सितम्बर, 1911, ज्ञानवापी, वाराणसी । शिक्षा: बी.ए., एम. ए., बी.टी., काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी । कार्यक्षेत्र: रोबर्ट्सगंज के दुद्धी चोपन में इंस्पेक्टर आव स्कुल
No Review Found
More from Author