Tuglaq Kaleen Bharav-2

Author:

Saiyad Athar

,

Abbas Rizvi

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs760 Rs950 20% OFF

Availability: Available

    

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2016
ISBN-13

9788126714827

ISBN-10 9788126714827
Binding

Hardcover

Number of Pages 480 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 710
मध्यकालीन भारत के इतिहास को समझने के लिए बेहद ज़रूरी पुस्तक-श्रंखला | यह ग्रंथ तुगलक़ बादशाहों के महत्त्वपूर्ण कालखंड सन् 1351 से 1398 ई. पर केन्द्रित है। इस दौर में शासन की बागडोर सुल्तान फ़ीरोजश् और उसके उत्तराधिकारियों के हाथों में थी। यह ग्रंथ उस युग की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण और प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराता है। फ़ारसी, अरबी, अंग्रेज़ी और हिन्दी के विद्वान और इतिहासकार डॉ. सैयद अतहर अब्बास रिजश्वी ने इस ग्रंथ का संपादन-अनुवाद किया है। उन्होंने इस ग्रंथ में तत्सम्बन्धी अरबी और फ़ारसी में उपलब्ध तमाम ऐतिहासिक दस्तावेजशें और सामग्रियों का उपयोग किया है जिनमें जिश्याउद्दीन बरनी, शम्स सिराज अफ़ीफ़, यहया, मुहम्मद बिहामद ख़ानी, शरफ़ुद्दीन अली यजश्दी, सुल्तान फ़ीरोजश् शाह, निजशमुद्दीन अहमद, मीर मुहम्मद मासूम, हमीद क़लन्दर, ऐनुलमुल्क तथा मुतहर कड़ा जैसे विद्वान लेखकों, इतिहासकारों के ग्रंथ शामिल हैं। अनुवाद में फ़ारसी, अरबी के प्रचलित नियमों को, जिनका पालन इतिहासकार करते रहे हैं, ध्यान में रखा गया है। साथ ही आवश्यक टिप्पणियाँ भी जगह-जगह दर्ज कर दी गई हैं ताकि पाठकों को विषय को समझने में सुविधा हो। इतिहास के छात्रों, शिक्षकों, शोधार्थियांे और इतिहासकारों के साथ-साथ इतिहास में रुचि रखनेवाले आम पाठकों के लिए भी ग्रंथ संग्रहणीय है।

Saiyad Athar

विख्यात इतिहासविद्, सम्पादक, अनुवादक। जन्म: 1921 कृतियाँ: ‘मुस्लिम रिवाइवलिस्ट मूवमेंट्स इन नार्दर्न इंडिया इन द सिक्सटींथ एंड सेवेंटींथ सेंचुरीज़’ (1965), ‘इंटेलेक्चुअल हिस्ट्री ऑफ अकबर्स रेन’ (1971), ‘ए हिस्ट्री ऑफ सूफ़ीज्म इन इंडिया’ (दो खंड, 1978 व 1988), ‘शाह वली अल्लाह एंड हिज टाइम्स’ (1980), ‘शाह अब्दुल अज़ीज़’ (1982), ‘सोशियो-इंटेलेक्चुअल हिस्ट्री ऑफ द इश्ना अश्री शियाज इन इंडिया’ (दो खंड, 1986)। अनूदित कृतियाँ: ‘मुक़द्दिमा’ (1961), ‘फतेहपुर सीकरी’ (वी.जे.ए. फ्लीन के साथ, 1975), ‘ईरान: रॉयल्टी, रिलीजन एंड रिवोल्यूशन’ (1980), ‘द वंडर दैट वाज इंडिया’ (दो खंड, 1987)। विभिन्न पत्रिकाओं व जर्नल्स में आलेख। निधन: 3 सितम्बर, 1994.

Abbas Rizvi

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