Natakkar Jagdish Chandra Mathur

Author:

Govind Chandra Pandey

Publisher:

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

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Publisher

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

Publication Year 2019
ISBN-13

9788171195923

ISBN-10 9788171195923
Binding

Hardcover

Number of Pages 144 Pages
Language (Hindi)
Weight (grms) 284
N.A.

Govind Chandra Pandey

गोविन्द चातक ने हिन्दी नाट्यालोचना को एक नई दिशा दी है। उनकी पुस्तकों - प्रसाद के नाटक: स्वरूप और संरचना तथा प्रसाद के नाटक: सर्जनात्मक धरातल और भाषिक चेतना - ने इस क्षेत्र में प्रस्थान-बिन्दु का कार्य किया। आधुनिक हिन्दी नाटक का अग्रदूत: मोहन राकेश में उनकी नाट्य-समीक्षा के कई महत्‍वपूर्ण आयाम प्रस्फुटित हुए हैं। इसी परंपरा में उनकी आधुनिक हिन्दी नाटक: भाषिक और संवाद-संरचना तथा जगदीशचन्द्र माथुर आदि पुस्तकें व्यावहारिक आलोचना के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण देन मानी जाती हैं। नाट्य-भाषा और नाटक की साहित्यिक संरचना सैद्धान्तिक आलोचना के क्षेत्र में विरल कृतियों में अपना स्थान रखती हैं।.
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