Publisher |
Prabhat Prakashan |
Publication Year |
2018 |
ISBN-13 |
9788173154096 |
ISBN-10 |
8173154090 |
Binding |
Hardcover |
Number of Pages |
464 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
22 x 14 x 2 |
Weight (grms) |
323 |
आज का युग विज्ञान का युग है । विज्ञान की निरंतर खोजों से मानव प्रगति के सोपान- पर-सोपान चढ़ता चला जा रहा है । ब्रह्मांड के सब रहस्यों को वह विज्ञान के सहारे जान लेना चाहता है । इम संबंध में बड़े-बड़े अनुसंधान कार्य हो रहे हैं । विज्ञान आज विभिन्न रूपों में मानव की सेवा का रहा है । विज्ञान-प्रदत्त अनेकानेक वरदानों- जैसे बिजली, आवागमन के द्रुतगामी साधन, दुरभाष, दूरदर्शन, इंटरनेट, फैक्स, अणु-परमाणु ऊर्जा आदि-से मानव जीवन में कई गुना सुविधा, व्यवस्था और गति आ गई है; लेकिन मानव की ज्ञान-पिपासा अभी शांत नहीं हुई है । विज्ञान का क्षेत्र अत्यंत व्यापक है । जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं, जो इससे प्रभावित न हो । प्रस्तुत कोश में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी को विशेष रूप से शामिल किया गया है । इस प्रकार आदिकाल से लेकर आज तक जो भी वैज्ञानिक एवं प्राविधिक प्रगति हुई है, उससे प्रत्येक व्यक्ति को परिचित होना चाहिए । इस विविध ज्ञान राशि को सुलभ कराने के उद्देश्य से ही प्रस्तुत ' सचित्र विज्ञान विश्वकोश ' की रचना की गई है । पाठकगण विषय को सुविधापूर्वक और आसानी से समझ सकें- इस हेतु आवश्यकतानुसार आकर्षक चित्र भी दिए गए हैं । विश्वास है, सुधी पाठक प्रस्तुत कोश का अवगाहन तथा समुचित ज्ञानवर्द्धन कर अपनी अनेकानेक जिज्ञासाओं का शमन कर सकेंगे ।.
Sheo Gopal Mishra
डॉ. शिवगोपाल मिश्र जन्म: 13 सितंबर, 1931 को । शिक्षा: एम. एससी., डी. फिल., साहित्यरत्न, एफ. एन.ए. एससी. । प्रकाशन: लोकप्रिय वैज्ञानिक साहित्य के रूप में हिंदी में 26 तथा अंग्रेजी में 11 पुस्तकों सहित 5 पाठ्य पुस्तकें प्रकाशित; 3 मानक वैज्ञानिक पुस्तकों का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद कार्य । वैज्ञानिक पुस्तकों के अतिरिक्त 9 हिंदी साहित्यिक पुस्तकों की रचना । अब तक 1500 से आधिक लोकप्रिय वैज्ञानिक लेख, 300 से अधिक मृदा विज्ञान विषयक शोधपत्र देश - विदेश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित । संपादन: ' विज्ञान ' मासिक पत्रिका का बारह वर्षों तक संपादन के अतिरिक्त सन् 1958 से ही ' विज्ञान परिषद् अनुसंधान पत्रिका ' के प्रबंध संपादक । ' भारत की संपदा ' तथा ' आविष्कार ', नई दिल्ली, ' रसायन समीक्षा ', जयपुर, ' विज्ञान गरिमा सिंधु ', नई दिल्ली आदि विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं के संपादन - मंडल के सदस्य के रूप में भी सक्रिय योगदान । प्रशासनिक अनुभव: विशेष कार्याधिकारी, भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली ( 1970 - 72); निदेशक, शीलाधर मृदा विज्ञान शोध संस्थान, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ( 1986 - 91) तथा प्रधानमंत्री, विज्ञान परिषद् प्रयाग ( 1977 - 87) । संप्रति: 1996 से पुन: विज्ञान परिषद् प्रयाग के प्रधानमंत्री । अनेक विज्ञान समितियों के वरिष्ठ सदस्य । सम्मान/पुरस्कार: ' हरिशरणानंद पुरस्कार ' ( 1961), ' विज्ञान सरस्वती ' ( 1978), ' डॉ. आत्माराम पुरस्कार ' ( 1993), ' विज्ञान भूषण ' ( 1996), ' विज्ञान भास्कर ' ( 1997), ' विज्ञान मार्तंड ', ( 1997), ' अभिषेकश्री ' ( 2000), इंडियन साइंस राइटर्स एसोसिएशन की मानद फेलोशिप ( 2000), ' राष्ट्रीय हिंदी सेवा सहस्राब्दि सम्मान ' ( 2000) ।.
Sheo Gopal Mishra
Prabhat Prakashan