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Publisher | Prabhat Prakashan Pvt. Ltd |
Publication Year | 2024 |
ISBN-13 | 9789355621979 |
ISBN-10 | 9355621973 |
Binding | Paperback |
Number of Pages | 152 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 22 X 10 X 3 |
Weight (grms) | 410 |
जीवन में हर क्षण कुछ-न-कुछ नया घटता रहता है और वह हर क्षण आपको कुछ-न- कुछ देकर ही जाता है। लेकिन जो मिलता है, उसे विनम्रता से ग्रहण करने की बजाय हम किसी और चीज की प्रत्याशा में भागते रहते हैं। भविष्य की आस हमें वर्तमान के सुख से दूर कर देती है। कितना अच्छा हो कि हमारे भविष्य की आस के तार हमारे वर्तमान के सुख से जुड़ें और हम हर उस क्षण का आनंद उठा सकें, जो गुजर रहा है।
वर्तमान में जीना जीवन के सही सुख को अनुभूत करना है। पिछला कुछ समय वर्तमान के ऐसे ही क्षणों का आनंद उठाने में और उन्हें साझा करने में बीत रहा है। इसमें नए मिलनेवाले लोग हैं, नए देखे गए स्थान हैं, कुछ जानी-अनजानी परंपराएँ हैं और नए उपजने वाले विचार भी हैं। आनंद के इन्हीं क्षणों को साझा करते हुए मिलनेवाला आनंद का डबल डोज सचमुच अकल्पनीय है। जीवन के अल्पविरामों को सँजोते, हर पल की पहचान को समझते हुए जिंदगी में जो बोनस में मिला है, उसी को बाँटने का प्रयास है। ख्वाब बस इतना ही है कि यह जितना अधिक हो सके, बँटे और बँटता ही चला जाए।
Sachchidanand Joshi
Prabhat Prakashan Pvt. Ltd