Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2017 |
ISBN-13 |
9789381448663 |
ISBN-10 |
9789381448663 |
Binding |
Paperback |
Edition |
FIRST |
Number of Pages |
171 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
21x14x0.5 |
Weight (grms) |
200 |
पूरी दुनिया मे आज आयुर्वेदिक चिकित्सा अत्यधिक लोकप्रिय होती जा रही है और यहां तक कि बड़े चिकित्सा वैज्ञानिकों ने भी इसके महत्व को स्वीकार किया है, क्योंकि यह रोगी के इलाज की प्राकृतिक प्रणाली प्रदान करता है। यह प्रणाली है, जो मानव शरीर की मूल प्रणाली है। यह कमियों और कमजोरियों को दूर करके प्रतिरक्षा में सुधार करता है। इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। एलोपैथी में मामूली उपचार भी महंगे और जटिल हो गए हैं। यदि आप किसी भी अस्पताल में जाते हैं, तो बड़े और छोटे, आप संतोषजनक उपचार के अभाव में निराश होने लगेंगे। यह उपयोगी पुस्तक इससे छुटकारा पाने का एक प्रयास है। यह मूल रूप से आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों पर जोर देता है, जो बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं और आपकी रसोई, आपके पड़ोस, आपके बगीचे, या घर के किसी कोने, या स्टोर रूम में आसानी से उपलब्ध हैं। इस पुस्तक के अनुसार, यदि आपका उपचार किया जाएगा, तो आपको डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़ेगा। इसमें आयुर्वेद से संबंधित शास्त्रीय और पेटेंट दवाओं के बारे में अलग-अलग जानकारी दी गई है। ये सभी जानकारी प्रामाणिक और व्यावहारिक हैं। पुस्तक को 18 अध्यायों में विभाजित किया गया है। सभी अध्याय भौतिक स्थितियों पर आधारित हैं। सभी बीमारियों का इलाज आसानी से, जल्दी और कम खर्च में किया जा सकता है। ये उपचार अचूक और आजमाए हुए हैं। इस पुस्तक को हर घर में एक घरेलू औषधालय के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए। इसे हमेशा पास रखें, पढ़ें और लाभ उठाएं।
DR. R.P. PARASHAR
डॉ. आर. पी. पराशर आयुर्वेद तथा आधुनिक चिकित्सा छत्र से 1985 से जुड़े है तथा स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं जीवन शैली आदि विषयो पर राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सम्मेलनों, सेमिनारों और संगोस्तितियो मे एक विद्वान वक्ता तथा आयोजक के रूप मे उनकी विसिष्ट पहचान है। उन्होंने बी. ए. एम। एस. की उपाधि के अतिरिक्त हिंदी व मनोविज्ञान मे भी स्नातकोत्तर उपाधियों प्राप्त की है। उन्हें आधुनिक फार्मेंसी मे भी दक्षता प्राप्त है। वह डी. ए.वी. रिचार्ज सोसाइटी फॉर हेल्थ के 1987 से संस्थापक अध्यक्ष है।
DR. R.P. PARASHAR
V & S Publishers