Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2014 |
ISBN-13 |
9789381588581 |
ISBN-10 |
9789381588581 |
Binding |
Paperback |
Edition |
FIRST |
Number of Pages |
150 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
21x13x0.5 |
Weight (grms) |
136 |
भारतीय साहित्यकारों में साहित्यकार त्रय - रबीन्द्रनाथ टैगोर, शरद चन्द्र और विभूतिभूषण बंदोपाध्याय तथा हिंदी साहित्यकारों में चंद्रधर शर्मा गुलेरी, जयशंकर प्रसाद और प्रेमचंद कहनी लेखनी के मंचन के मंचन में अपने गीतों की प्रस्तुति दी। इन साहित्याकारो की प्रिसिध श्रद्धा काहनियां इस पुस्तक में संकलित है, जो मनव मन की भावनाओ को उद्रेलित करने वाली है। प्रकाशन की स्रोत में प्रथम बार बंगला और हिंदी साहित्यकारो की कहानी है, और गीत संकलन है, यह पुस्तक सभी के लिए एक पठनीय और सामूहिक पुस्तक है। 'श्रेष्ठ साहित्यकारो की प्रसिद्ध कहानियाँ' आप भी पढ़े, परिवार को भी पढ़ने को दे।
Dr. Sachidanand Shukla
डॉ. सच्चिदानंद शुक्ल ने गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर से हिंदी साहित्य में एम. ए., काशी विघापीठ, वाराणसी से हिंदी साहित्य में पी.एच.डी. तथा हिंदी साहित्य सम्मलेन, इलाहाबाद से संस्कृत विषय में साहित्य रत्न एवं आयुर्वेद रत्न की उपाधियों प्राप्त की। सन 1980 से 1986 तक हिंदी प्रवक्ता के रूप में कार्य किया। तत्प्श्चात 1986 से 1995 तक दैनिक 'स्वतंत्र चेतना' गोरखपुर, दैनिक 'आज' बरेली व आगरा तथा दैनिक 'भास्कर्य' झांसी व ग्वालियर के सम्पादकीय विभाग में विभिन पदों पर कार्य किया।
Dr. Sachidanand Shukla
V & S Publishers