Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2018 |
ISBN-13 |
9789381588994 |
ISBN-10 |
9789381588994 |
Binding |
Paperback |
Edition |
FIRST |
Number of Pages |
130 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
24x18x0.5 |
Weight (grms) |
240 |
पंचतंत्र भारतीय नीतिकथाओं का शायद सबसे पुराना संग्रह है जो अभी भी उतना ही लोकप्रिय है जितना पहले था। ऐसा माना जाता है कि पंचतंत्र 2000 ईस्वी पूर्व महान हिंदू विद्वान पंडित विष्णु शर्मा द्वारा लिखा गया था। पंचतंत्र का मतलब पाँच सिद्धांत है। यह एक नित्यशास्त्र है जिसका मतलब ऐसी पुस्तक जो जीवन में विवेकपूर्ण आचरण करना सिखाती है। पंचतंत्र में पाँच सिद्धांत बताए गये है जो नीचे दिये गये है मित्र भेद मित्र लाभ सुह्रद भेद लब्ध प्रथासम अपरिसीतकारक पंचतंत्र की सरल कहानियाँ आधुनिक भौतिकवादी, व्यक्तिवादी तथा तनावपूर्ण जीवन मे भी समय की कसौटी पर खरी उतरी है तथा युवावर्ग के पाठको को मानव स्वभाव को समझकर सफलता पाने के लिए पथ प्रदर्शन करती है। प्रमुख विशेषताऐं: सरल और सुबोध भाषा में लिखी गयी है। प्रत्येक कहानी मे एक नैतिक शिक्षा दी गयी है। शब्द संग्रह निर्माण के लिए शब्दार्थ दिये गये है। विषय या स्थिति-विशेष की उपयुक्त जानकारी के लिए अभ्यास दिये गये है। पंचतंत्र संक्षिप्त रूप में बच्चों के लिए प्राय: उपलब्ध है। वास्तव मे पंचतंत्र की कहानियाँ बड़ों के लिए भी अत्यंत उपयोगी एवं व्यावहारिक महत्व है यह छात्रों तथा सभी वर्ग के लोगो के लिए अवश्य पठनीय एवं अपरिहार्य पुस्तक है।
Tanvir Khan
V & S Publishers