Raho Tum Nakshatra Ki Tarah (Pb)

Author:

Monalisa Zena

,

Dushyant

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs135 Rs150 10% OFF

Availability: Available

Shipping-Time: Usually Ships 1-3 Days

    

Rating and Reviews

0.0 / 5

5
0%
0

4
0%
0

3
0%
0

2
0%
0

1
0%
0
Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2018
ISBN-13

9789388183826

ISBN-10 9789388183826
Binding

Paperback

Number of Pages 123 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 220
N.A.

Monalisa Zena

मोनालिसा जेना ओडिय़ा की जानी-मानी कथाकार, कवयित्री एवं अनुवादक हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक के बाद एम.बी.ए. की पढ़ाई की है। तीन कविता संग्रह, दो कहानी संग्रह, रमाकान्त रथ की जीवनी, बिपिन बिहारी चौधरी के जीवन पर मोनोग्राफ और अनुवाद की नौ किताबों सहित विपुल लेखन करनेवाली मोनालिसा जेना को उनके लेखन तथा अनुवाद के लिए ओड़ीसा साहित्य अकादेमी तथा केन्द्रीय साहित्य अकादेमी सहित अनेक सम्मान, पुरस्कार मिले हैं। उल्लेखनीय है कि उन्होंने अनुवाद में मुख्यत: कई असमी किताबों का ओडिय़ा अनुवाद किया है। हाल ही में उनकी ओडिय़ा से अँग्रेज़ी अनुवाद की दो किताबें क्रमश: हार्पर कॉङ्क्षलस और रूपा से आयी हैं। वे मुकुन्द प्रसाद, खुरदा, ओड़ीसा में रहती हैं।.

Dushyant

आधुनिक भारतीय इतिहास में डॉक्टरेट दुष्यन्त अखबार में फीचर एडिटर रहे। उनकी कविता, कहानी, अनुवाद, इतिहास आदि विधाओं में दस किताबें पेंगुइन सहित कई नामी प्रकाशकों से प्रकाशित हुईं और चर्चा में रही हैं। पहला कहानी संग्रह पेंगुइन से अप्रैल 2013 में जुलाई की एक रात नाम से आया था जिसे बीबीसी हिंदी ने उस साल की खास किताबों में शामिल किया था। उनकी कहानी “कबूतर” का अंग्रेजी अनुवाद भारत-पाकिस्तान के चुनिंदा कहानीकारों की कहानियों के संकलन (संपादक-पाकिस्तानी पत्रकार-लेखक सेहर मिर्ज़ा) में शामिल किया गया। वे दैनिक भास्कर, अमर उजाला और नवभारत टाइम्स जैसे कई बड़े अखबारों के कॉलमिस्ट भी रहे हैं। संप्रति वे फिल्मों से जुड़े हैं, पटकथा और गीत लेखन में सक्रिय हैं।
No Review Found
More from Author