DAYA NADI

Author:

GAYATRIBALA PANDA

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2021
ISBN-13

9789390971893

ISBN-10 9789390971893
Binding

Hardcover

Number of Pages 128 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14.5 X 1.5
गायत्रीबाला पंडा की कविताएँ समकालीन काव्य-जगत में अपनी अलग पहचान रखती हैं। अपने ब्योरों और रंग-ढंग में अद्वितीय। दया नदी की कविताएँ इसका प्रमाण हैं। ये कविताएँ इतिहास प्रसिद्ध कलिंग युद्ध पर आधारित हैं, जिनमें दया नदी उस ऐतिहासिक युद्ध के दौरान हुए भीषण रक्तपात के बरअक्स मानवीय करुणा और संवेदना के प्रतीक के रूप में दिखलाई पड़ती है। वस्तुतः ये कविताएँ इतिहास की काव्यात्मक चर्चा नहीं हैं, बल्कि उस काव्यात्मक भावना का प्रतिफल हैं जो इतिहास के माध्यम से यात्रा करती है। इनमें इतिहास को एक अलग और व्यक्तिगत दृष्टिकोण से देखा गया है, लेकिन इनका लक्ष्य मनुष्य मात्र का ऐसा भविष्य है जो युद्ध की सभी भयावहताओं से मुक्त हो।

GAYATRIBALA PANDA

डॉ. गायत्रीबाला पंडा डॉ. गायत्रीबाला पंडा का जन्म 17 अप्रैल, 1977 को ओड़िशा के जगतसिंहपुर में हुआ। उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से उन्होंने उच्च शिक्षा पूरी की। ओड़िआ में अब तक उनके ग्यारह काव्य-संग्रह, चार उपन्यास, दो कहानी-संग्रह और एक निबन्ध-संग्रह प्रकाशित हुए हैं। कविताओं के अनुवाद हिन्दी में चार और अंग्रेजी में एक प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें काव्य-संग्रह ‘गाँ’ (गाँव) के लिए साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली द्वारा सन् 2011 में युवा लेखक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्य स्तर पर एक दर्जन पुरस्कार प्राप्त। सन् 2015 में ‘राइटर इन रेज़िडेंस’ के रूप में सत्रह दिनों तक राष्ट्रपति भवन में रहकर लेखन एवं काव्य-पाठ। हिन्दी में अनूदित कविताएँ समकालीन भारतीय साहित्य, नया ज्ञानोदय, साक्षात्कार, मधुमती, इन्द्रप्रस्थ भारती आदि पत्रिकाओं में प्रकाशित और चर्चित।
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