Ek Ped Chhatnar (Hb)

Author:

Dinesh Kumar Shukl

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs252 Rs300 16% OFF

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2017
ISBN-13

9788126730445

ISBN-10 9788126730445
Binding

Hardcover

Number of Pages 150 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 300
दिनेश कुमार शुक्ल की कविता में जीवन और जन के राग का उत्सव है जो आश्चर्य नहीं कि अक्सर छन्द में आता है, नहीं तो छन्द की परिधि पर कहीं दूर-पास मँडराता हुआ। उनकी कविता समय की समूची दुखान्तिकी से परिचित है, उस पूरे अवसाद से भी जिसे समय ने अपनी उपलब्धि के रूप में अर्जित किया है, लेकिन वह उम्मीद की अपनी ज़मीन नहीं छोड़ती। कारण शायद यह है कि जन-जीवन, लोक-अनुभव और भाषा के भीतर निबद्ध जनसामान्य के मन की ता$कत की एक बड़ी पूँजी उनके पास है।

Dinesh Kumar Shukl

हिन्दी के प्रतिष्ठित कवि। जन्म : वर्ष 1950 में नर्वल ग्राम, जि़ला कानपुर (उ.प्र.)। शिक्षा : एम.एस-सी., डी.फिल. (फिजि़क्स), इलाहाबाद विश्वविद्यालय। प्रकाशित रचनाएँ : कविता-संग्रह—समयचक्र (1997), कभी तो खुलें कपाट (1999), नया अनहद (2001), कथा कहो कविता (2005), ललमुनिया की दुनिया (2008), आखर अरथ (2009), समुद्र में नदी (2011)। सम्पादन—कई समयों में कवि कुँवरनारायण की रचनाओं का संचयन। काव्यानुवाद— पाब्लो नेरूदा की कविताएँ (1989), कुछ आलोचनात्मक गद्य, समीक्षाएँ, टिप्पणियाँ और निबन्ध।
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