Pratinidhi Kavitayen

Author:

Shrikant Verma

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs75

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2014
ISBN-13

9788171785834

ISBN-10 9788171785834
Binding

Paperback

Number of Pages 131 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 120
N.A.

Shrikant Verma

जन्म: 18 सितम्बर, 1931, बिलासपुर (म.प्र.) में। 1956 में नागपुर विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए.। 1955-56 में बिलासपुर से नई दिशा का सम्पादन। फिर भविष्य की खोज में दिल्ली आ गए। कुछ दिनों भारतीय श्रमिक में उपसम्पादक। 1958 से 62 तक दिल्ली की विशिष्ट पत्रिका कृति का नरेश मेहता के साथ सम्पादन। 1964 से साप्ताहिक दिनमान से सम्बद्ध हुए। सन् 77 में दिनमान से त्यागपत्र। साहित्य के अलावा राजनीति में सक्रिय हस्तक्षेप। साठ के दशक में डॉ. राममनोहर लोहिया के सम्पर्क में आए। उनके विचार और कर्म से गहरे स्तर पर प्रभावित। डॉ. लोहिया के असामयिक निधन और समाजवादी आन्दोलन के बिखराव के बाद सन् 69 में श्रीमती इंदिरा गांधी से परिचय और कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय भागीदारी। सन् 67 में म.प्र. से राज्यसभा के सदस्य। सन् 80 में कांग्रेस (ई.) के चुनाव अभियान का संचालन। सन् 85 में कांग्रेस पार्टी के प्रमुख महासचिव और प्रवक्ता। फरवरी 86 में अस्वस्थ। कैंसर के इलाज के लिए अमेरिका गए। 25 मई, 1986 को अमेरिका के स्लोन केटरिंग मेमोरियल अस्पताल में निधन। सम्मान: म.प्र. शासन द्वारा ‘उत्सव-73’ में विशिष्ट लेखन के लिए सम्मानित। जलसाघर के लिए तुलसी सम्मान। सन् 81 में म.प्र. शासन का प्रथम शिखर सम्मान। सन् 84 में कुमार आशान, यूनाइटेड नेशंस इंडियन कौंसिल आफ यूथ एवार्ड और म.प्र. के नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार से सम्मानित। सन् 86 में मरणोपरान्त साहित्य अकादमी पुरस्कार और सन् 85 में इंदिरा प्रियदर्शिनी सम्मान से सम्मानित।.
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