Prem Lahari Pb

Author:

Trilok Nath Pandey

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2018
ISBN-13

9789387462618

ISBN-10 9789387462618
Binding

Paperback

Number of Pages 176 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 210
प्रेमलहरी' इतिहास के बड़े चौखटे में कल्पना और जनश्रुतियों के धागों से बुनी हुई प्रेमकथा है। यह इतिहास नहीं है, न ही इसका वर्णन किसी इतिहास पुस्तक में मिलता है। लेकिन जनश्रुति में इस कथा के अलग-अलग हिस्से या अलग-अलग संस्करण अकसर सुने जाते हैं। इस प्रेम-आख्यान के नायक-नायिका हैं शाहजहाँ के राजकवि और दारा शिकोह के गुरु पंडितराज जगन्नाथ और मुगल शाहज़ादी गौहरआरा उर्फ लवंगी।

Trilok Nath Pandey

वाराणसी (अब चन्दौली) जि़ले के नेक नामपुर गाँव में 1 जुलाई, 1958 को जन्मे त्रिलोकनाथ पांडेय की शिक्षा गाँव के विद्यालय में हुई। उसके बाद, इन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। भारत सरकार के गृह मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी के रूप में श्री पांडेय देश के विभिन्न स्थानों पर पद स्थापित रहे हैं। सराहनीय सेवाओं के लिए भारतीय पुलिस पदक (2010) एवं विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक (2017) से अलंकृत हो चुके हैं। अंग्रेज़ी और हिन्दी दोनों भाषाओं में लिखने वाले श्री पांडेय की यह पहली औपन्यासिक कृति है।
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