Kavyanjali (Hindi)

Author:

Amit Srivastava

Publisher:

Manjul Publishing House Pvt Ltd

Rs254 Rs299 15% OFF

Availability: Out of Stock

Shipping-Time:  Usually Ships 1-3 Days

Out of Stock

    

Rating and Reviews

0.0 / 5

5
0%
0

4
0%
0

3
0%
0

2
0%
0

1
0%
0
Publisher

Manjul Publishing House Pvt Ltd

Publication Year 2014
ISBN-13

9788183223904

ISBN-10 8183223907
Binding

Paperback

Number of Pages 160 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 1.2
Weight (grms) 140
हिन्दी के महान कवि व गीतकार, गोपालदास सक्सेना 'नीरज' की यह पुस्तक इस मायने में विशेष है कि उनकी संपूर्ण रचनाओं में से उन्हीं के द्वारा चुने गए ये गीत उनके दिल के क़रीब हैं। उनके प्रिय गीतों के इस संकलन को उनके चाहनेवाले ज़रूर सहेज कर रखना चाहेंगे। इस पुस्तक में उनकी काव्य-यात्रा के, विभिन्न दौर के गीत समाहित हैं, जो सन् 1941 से आरंभ होकर आज तक चल रही है। नीरज ने अपनी कृतियों के माध्यम से हिन्दी और उर्दू भेद मिटा दिया है, इसलिए दोनों भाषाओं के पाठक उन्हें समान रूप से पढ़ते व प्यार करते हैं। उनका काव्य अध्यात्म जितनी गहराई और मानवतावादी दृष्टिकोण से परिपूर्ण है व उनकी शैली सहज-सरल है।

Amit Srivastava

कोलकाता के रहने वाले अमित श्रीवास्तव “अमीक़” कॉरपोरेट की दुनिया से त’अल्लुक़ात रखते हैं। जहाँ टैक्नोलॅाजी और मैनेजमेंट उनकी जीविका का हिस्सा हैं वहीं अदब-ओ-शायरी उनकी ज़िन्दगी का अभिन्न अंग है। उनका ये मानना है कि “उर्दू ज़बान, शायरी और दर्द (ट्रेजेडी) से मोहब्बत” उनको मोहम्मद रफ़ी साहब के गानों से विरासत में मिली है। फ़ुर्क़त के रात दिन शायरी की उनकी पहली किताब है। उनकी नज़रों में शायरी में ज़बान की सादगी और अल्फ़ाज़ की किफ़ायत-ओ-लताफ़त बेहद ज़रूरी हैं, लेकिन ये वो हुनर है जो आते-आते आता है। शायरी में उनका तर्ज़ उनके इस शेर से बख़ूबी बयान होता है: जज़्बात-ए-दिल की धीमी आँच पर ख़यालों का पकना है शायरी !!
No Review Found
More from Author