Ishq Mein Mati Sona

Author:

Girindra Nah Jha

Publisher:

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Rs175

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Publisher

Rajkamal Parkashan Pvt Ltd

Publication Year 2015
ISBN-13

9788126728374

ISBN-10 812672837X
Binding

Paperback

Number of Pages 88 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 170

प्रेम में होना सिर्फ हाथ का बहाना ढूंढना नहीं होता. दो लोगों के उस स्पेस में बहुत कुछ टकराता है. "लप्रेक" उसी कशिस और टकराहट की पैदाइश है. - रविश कुमार “शहर के इश्क से इतर गाँव के इश्क को ‘शब्द के फ्रेम’ में ढालने में दिक्कतें आई | दिल्ली के कॉफ़ी हाउस, रेस्तराँ, सिनेमा हॉल या फिर पार्कों से दूर गाँव की कहानी साफ़ अलग है | गाँव में प्रेम तो है लेकिन उसके संग और भी बहुत कुछ हो रहा है | उस तरह की उन्मुक्तता नहीं है जो दिल्ली में दिख जाती है | यहाँ बंदिशें, नफरत, लड़ाई, जमीन को लेकर संघर्ष, राजनीति और कई तरह की रुकावटों के बीह्क पनपते प्रेम को हमने देखा और उसे बस लिख दिया

Girindra Nah Jha

पांच साल से भी ज्यादा समय देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनलों में घटना को खबर की शक्ल देने के बाद अब बिहार के अपने गाँव में नए ढंग-ढर्रे से खेती-किसानी और अपने ब्लॉग अनुभव पर लेखन
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