Aashcharya Lok Mein Elis

Author :

Lui Cairol

,

Tr. Shamsher Bahadur Singh

Publisher:

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

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Publisher

RADHAKRISHAN PRAKASHAN PVT. LTD

Publication Year 1993
ISBN-13

9789391950996

ISBN-10 939195099X
Binding

Paperback

Number of Pages 143 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22.5 X 14.5 X 1.5

संसार की प्रायः सभी भाषाओं में अनूदितएलिस इन वंडरलैंडका बाल-साहित्य में एक विशिष्ट स्थान है। लुई कैरोल की यह बहुचर्चित कथाकृति बच्चों और किशोरों के मनोविज्ञान तथा उनकी जिज्ञासु कल्पनाशीलता को जिस तरह उजागर करती है, वह बेहद दिलचस्प और अर्थपूर्ण है। एलिस एक छोटी-सी बच्ची है। खेल-खेल में एक ख़रगोश का पीछा करते हुए वह एक ऐसे आश्चर्यलोक में जा पहुँचती है, जहाँ कुछ भी असम्भव नहीं। वहाँ कौतुक और अपनी आवश्यकता के कारण वह सिर्फ़ अपना क़द घटा-बढ़ा सकती है, बल्कि अनेकानेक पशु-पक्षियों को बुद्धू या कहें किउल्लूभी बनाती रहती है। दूसरे शब्दों में, एलिस स्वयं पशु-पक्षियों के दु:-सुख और उनकी तरह की शैतानियों में शामिल हो जाती है। यही नहीं, ताश के पत्तोंबादशाह-बेगम-ग़ुलाम और दुग्गी-तिग्गी-सत्ते आदि के माध्यम से वह उस न्याय-व्यवस्था की मूर्खताओं पर भी हैरान होती है, जिसमेंपहले सज़ा और पीछे फ़ैसलासुनाया जाता है। कहने की आवश्यकता नहीं कि बाल-मनोविज्ञान के विभिन्न स्तरों का उद्घाटन करते हुए लेखक वर्तमान देश-काल पर भी टिप्पणी करता है। वस्तुतः इस उपन्यास की इन्हीं विशेषताओं के कारण इसके प्रायः सभी अनुवाद महत्त्वपूर्ण रचनाकारों द्वारा हुए हैं। इस दृष्टि से हिन्दी के लब्धप्रतिष्ठ कवि शमशेर बहादुर सिंह द्वारा किया गया यह अनुवाद भी अपनी रचनात्मक ताज़गी से इस कृति को और अधिक महत्त्वपूर्ण बनाता है।  

Lui Cairol

लुई कैरोल प्रसिद्ध लेखक, गणितज्ञ, फ़ोटोग्राफ़र व कलाकार लुई कैरोल का जन्म 27 जनवरी, 1832 को इंग्लैंड में हुआ। उनका मूल नाम चार्ल्स एल. डॉजसन था। उन्होंने रग्बी स्कूल और ऑक्सफ़ोर्ड िवश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं—‘एलिसे’ज़ एडवेंचर्स इन वंडरलैंड’, ‘थ्रू द लुकिंग ग्लास’, ‘द हंटिंग ऑफ़ द स्नार्क’, ‘थ्री सनसेट्स एंड अदर पोएम्स’, ‘पिलो प्रॉब्लम्स’ आदि। निधन : 14 जनवरी, 1898

Tr. Shamsher Bahadur Singh

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