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Publisher | Rajkamal Parkashan Pvt Ltd |
Publication Year | 2023 |
ISBN-13 | 9789395737951 |
ISBN-10 | 9395737956 |
Binding | Paperback |
Number of Pages | 168 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 19 X 12 X 1.5 |
अच्छा मनुष्य बनने के अंक क्यों नहीं? परीक्षा केवल गणित, विज्ञान, भाषाओं इत्यादि की ही क्यों ली जाती है? और नागरिकशास्त्र जैसे विषय की परीक्षा भी लिखित ही ली जाती है। बच्चे जीवन में कितना ग्रहण करते हैं, क्या वह महत्त्वपूर्ण नहीं है? विद्यार्थी कितने ईमानदार हैं, निःस्वार्थी हैं, साहसी हैं, स्वच्छताप्रिय हैं...क्या ये सब महत्त्वपूर्ण नहीं है? इन बातों का कोई नाम नहीं लेता, ऐसा क्यों? कोई विद्यार्थी स्वार्थी हो, अपशब्द बोलता हो, बुरा व्यवहार करता हो, परन्तु कुछ भी करके सबसे अधिक अंक प्राप्त कर ले, तो उसे शाबाशी मिले। इसके विपरीत कोई दूसरा विद्यार्थी गुणवान हो, सेवाभावी हो, सदैव अच्छा आचरण करता हो, परन्तु वह मध्यम दर्जे के अंक ही ला पाए, तो वह निम्न स्तर का कैसे हो गया?
Sanjiv Shah
,Tr. Virendra Narayan Singh
Rajkamal Parkashan Pvt Ltd