Bhagn Veena

Author:

Ramdhari Singh Dinkar

,

Shri.Arvind Singh

Publisher:

LOKBHARTI PRAKASHAN

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Publisher

LOKBHARTI PRAKASHAN

Publication Year 2008
ISBN-13

9788180313349

ISBN-10 8180313344
Binding

Hardcover

Number of Pages 168 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 1.5

भग्न वीणायुगदृष्टा राष्ट्रकवि रामधारी सिंहदिनकरकी सुभाषितों से भरी ऐसी विचारप्रधान कविताओं का संकलन, जिसमें महाकवि के जीवन के उत्तरार्द्ध की दार्शनिक मानसिकता के दर्शन होते हैं। इस संग्रह में संगृहीत कविताएँ परम सत्ता के प्रति निश्चल भावना से समर्पित हैं। मनुष्यमन की विराटता का यहाँ परिचय होता है। नई साजसज्जा और सरल सुबोध भाषाशैली में प्रकाशित यह कृति सभी प्रबुद्ध पाठकों के लिए पठनीय है।

Ramdhari Singh Dinkar

राष्ट्रकवि 'दिनकर' छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। एक ओर उनकी कविताओं में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति। वे संस्कृत, बांग्ला, अंग्रेजी और उर्दू के भी बड़े जानकार थे। वे 'पद्म विभूषण' की उपाधि सहित 'साहित्य अकादेमी पुरस्कार', 'भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार' आदि से सम्मानित किए गए थे।.

Shri.Arvind Singh

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