प्रस्तुत पुस्तक में, लेखक सुरेंद्र नाथ सक्सेना ने मानव मन में फोबिया के विभिन्न प्रकार के भय, चिंताओं और अनुभवों को शामिल किया है और इसे जीतने के अनुभव के अलावा प्रसिद्ध मनोचिकित्सक के बहुमूल्य सुझावों को भी शामिल किया है। इसे पढ़ने से आपको जरूर फायदा होगा। इस पुस्तक में साहस के आंतरिक विकास और मानसिक शांति प्रदान करने वाले महान गुणों के लिए कई मनोवैज्ञानिक उपाय दिए गए हैं। जिन्हें अपनाकर आप भी अपने मन में छिपे किसी भय या चिंता से मुक्त होकर अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकते हैं। हमारा मानना है कि मनोविज्ञान पर आधारित यह पुस्तक पाठकों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
Surendra Nath Saxena
ऑल इंडिया जर्नलिस्ट वेलफेयर फाउंडेशन, दिल्ली द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत इस पुस्तक के लेखक सुरेंद्र नाथ सक्सेना राजनीती विज्ञान मे ऍम. ए. क. साथ पर्सनल मैनेजमेंट एंड लेबर वेलफेयर मे पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा प्राप्त है। अपने लेखक के लिए हरियाणा साहित्य अकादमी पुरस्कार, हरियाणा हिंदी साहित्य सम्मलेन द्वारा हिंदी सेवा के लिए सम्मान एवं अखिल भारतीय कलाकार संघ, शिमला द्वारा बलराज साहनी स्मृति सम्मान प्राप्त कर चुके है। धर्मयुग, सारिका, सरिता, सुमन सौरभ, मुक्ता, दैनिक हिन्दुस्थान, वीर अर्जुन, माधुरी, नवभारत टाइम्स, दैनिक ट्रिब्यून आदि मे अनेक रचनाये प्रकाशित। भयमुक्त कैसे हो इनकी वार्चित पुस्तक है।
Surendra Nath Saxena
V & S Publishers