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Publisher | VANI PRAKSHAN |
Publication Year | 2020 |
ISBN-13 | 9789389563771 |
ISBN-10 | 9389563771 |
Binding | Paperback |
Number of Pages | 176 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 25 x 20.3 x 4.7 |
राकेश तिवारी की कहानियों में क़िस्सागोई बहुत रोचक है। उस क़िस्सागोई के साथ उनकी भाषा में खिलंदड़ापन भी है। उनकी कहानियों में स्त्रियों का जो चरित्र आया है उसमें स्त्रियों का आक्रोश सामने आया है। स्त्रियों का कड़ा संघर्ष है। उनकी तेजस्विता दिखाई देती है। इसके साथ हास्यास्पद स्थितियाँ काफ़ी हैं। सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत है। गम्भीरता के बीच में वह ह्यूमर गम्भीरता को और भी तीव्र करता है। भाषा पर लेखक का अधिकार है। इतना गठा हुआ गद्य कम पढ़ने को मिलता है। -प्रो. नामवर सिंह (सबद निरन्तर, दूरदर्शन)
Rakesh Tiwari
VANI PRAKSHAN