Tum Aasman Likhte Ho Main Mitti Padhti Hoon

Author :

Pooja Rai

Publisher:

HIND YUGM

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Publisher

HIND YUGM

Publication Year 2024
ISBN-13

9788119555451

ISBN-10 8119555457
Binding

Paperback

Number of Pages 120 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 1.5
Weight (grms) 110

किसी किताब के लिखे में शब्दों से परे किताब लिखने वाले के जीवन का काल क्रम संकलित होता है, यह किताब 'तुम आसमान लिखते हो मैं मिट्टी पढ़ती हूँ' में भी संकलित है; समय और समय से परे का बहुत कुछ―बहुत कुछ जो कविता होते जीवन हो जाए, जीवन होते मृत्यु तक हाथ पकड़ छोड़ आए। यह किताब रोज़मर्रा के हुए, किए की तरह ही है, जैसे हम हर रोज़ एक जीवन जी लेते हैं, एक दिन बीत जाता है, एक रात बीत जाती है, एक कविता घटित होती है वैसे ही। जीवन आखिरी है भी क्या बग़ैर कविताओं के?

Pooja Rai

मन का कहा और समय का बीता– बस यही है इस किताब में जो ‘तुम आसमान लिखते हो मैं मिट्टी पढ़ती हूँ’ बन सकी है। यह किताब जितनी मेरी है, उतनी ही उनकी भी, जिनके हाथों से होते हुए मन तक पहुँचेगी। इस किताब में ढेरों बातें हैं– प्रेम, धरती, आसमान, जंगल और समय की। यह किताब उन्हें पसंद आएगी, जिन्हें जंगल में भटक जाना, नदी के प्रवाह के साथ बहना, हवाओं से बातें करना, किसी को ख़त में लिखी जाने वाली बातें बिना लिखे कहना, किताबें पढ़ना या किताबों में होना पसंद है।
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