Dr. Suresh Awasthi Ke Pratinidhi Vyangya "डॉ. सुरेश अवस्थी के प्रतिनिधि व्यंग्य" Book in Hindi

Author :

Chakradhar Shukla

Publisher:

Prabhat Prakashan Pvt Ltd

Rs225 Rs300 25% OFF

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Publisher

Prabhat Prakashan Pvt Ltd

Publication Year 2024
ISBN-13

9789392573972

ISBN-10 9392573979
Binding

Paperback

Number of Pages 192 Pages
Language (Hindi)
Weight (grms) 300
पुस्तक में संगृहीत व्यंग्य किसी व्यक्ति पर केंद्रित न होकर, उसकी प्रवृत्ति को उद्घाटित करते हैं। विसंगतियों पर पैनी नजर डालते हैं। अनछुए पहलुओं पर लिखे व्यंग्य, परत-दर-परत खोलते हुए तीखे शाब्दिक प्रहार करते हैं तो उनके समाधान का द्वार भी खोलते हैं। व्यंग्यकार को आस-पास के वातावरण-परिवेश में व्याप्त विसंगतियाँ- विकृतियाँ मन को बेचैन और व्यथित कर देती हैं। समाज में हो रही घटनाएँ, अमर्यादित स्थितियाँ, पाश्चात्य संस्कृति का बढ़ता प्रभाव बाजारवाद की दौड़ में स्त्री को भोग्या के रूप में सामने पेश करना, उन्हें समाचार चैनलों, अखबारों की चटपटी खबर बनाना व्यंग्यकार को कचोटता है। संवेदहीन क्रूरता की घटनाओं को वह सुनता, पढ़ता, देखता है और अपने व्यंग्य की धार से उन पर प्रहार करता है। आदमी के अंतरंग और बहिरंग में आते बदलाव के साक्षी हैं पुस्तक के व्यंग्य। इस पुस्तक के व्यंग्यों में एक खास बात है कि व्यंग्यों की शुरुआत गद्य से होती है, पर उसका समापन व्यंग्य कविता से। यह पुस्तक पाठकों को गद्य के साथ कविता की आनंदमयी अनुभूतियों से भी जोड़ेगी। भारतेंदु युग हिंदी व्यंग्य लेखन का उत्थान काल कहा जाता है। हास्य-व्यंग्य लेखन की परंपरा को हरिशंकर परसाईजी, शरद जोशीजी ने आगे बढ़ाया। पुस्तक में इसी परंपरा के 66 व्यंग्य संगृहीत हैं, जो हमारी पीड़ा, विवशता, नैराश्य, नाकारापन का व्याख्यान देते हैं और आलोडऩ करके इनसे पार पाने की क्षमता भी विकसित करते हैं।

Chakradhar Shukla

चक्रधर शुक्ल जन्म : 18 जनवरी, 1957, खजुहा, जिला-फतेहपुर (उ.प्र.)। शिक्षा : बी.एस-सी., एम.ए. (अर्थशास्त्र)। प्रकाशन : अँगूठा दिखाते समीकरण, दादी की प्यारी गौरैया प्रकशित। अनेक पुस्तकों का संपादन। समकालीन सांस्कृतिक प्रस्ताव पत्रिका के बाल विशेषांक का अतिथि संपादन। दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण। अनेक पत्र-पत्रिकाओं, वेब पत्रिकाओं एवं प्रतिष्ठित साहित्यकारों द्वारा संपादित करीब 50 संकलनों में रचनाएँ प्रकाशित। 2020 से मासिक पत्रिका ‘दि अंडरलाइन’ के संपादकीय सलाहकार का दायित्व। बाल साहित्य में सक्रियता-गोष्ठी-विमर्श के साथ सम्मान समारोह का आयोजन/संचालन। अतीत की धरोहर : खजुहा, फतेहपुर के वृत्तचित्र आलेख लेखन में सहयोग। अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सम्मानित। संप्रति : स्वतंत्र लेखन। संपर्क : एल.आई.जी.-1, सिंगल स्टोरी, बर्रा-6, कानपुर-208027 (उ.प्र.) मोबाइल : 9455511337 इ-मेल : chakradharshuk178@gmail.com
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