Ek Bharatiya Ki Japan Yatra (hindi)

Author :

Rishi Raj

Publisher:

Prabhat Prakashan

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Publisher

Prabhat Prakashan

Publication Year 2019
ISBN-13

9789353223472

ISBN-10 9353223474
Binding

Hardcover

Number of Pages 160 Pages
Language (Hindi)
Weight (grms) 322

स्वामी विवेकानंद वर्ष 1893 में जापान गए थे। दरअसल, जब वे विश्व धार्मिक सम्मेलन में शिरकत करने शिकागो जा रहे थे तो कुछ अवधि के लिए जापान में रुके थे। उन्होंने जापान के ओसाका, क्योटो और टोक्यो शहरों का भ्रमण किया था। भारत के कई सारे भगवान् जापान में पूजे जाते हैं। भारत में कारों की क्रांति लाने वाला मारुति सुजुकी का संयुक्त उपक्रम, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान् क्रांतिकारी के असल मूल्य को जापान ने ही पहचाना व भारत को आज़ाद करवाने के लिए उनको हर संभव सहयोग प्रदान किया। इसके अलावा अन्य क्रांतिकारी रास बिहारी बोस व नायर साहब के बारे में भी इस पुस्तक में है, जिन्होंने टोक्यो में रहते हुए भारत की आज़ादी के लिए बडे़ प्रयास किए। सन् 1964 में बुलेट टे्रन चली, तब से लेकर 2019 आ गया और आज तक एक भी दुर्घटना नहीं हुई है, जो किसी अजूबे से कम नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का जापान प्रेम और अब भारत में बुलेट ट्रेन को लाने की क्या तैयारी है, उस पर भी इस पुस्तक में प्रकाश डाला गया है। दिल्ली मेट्रो के दिव्य स्वप्न को धरातल पर उतारने में जापान के सहयोग को भुलाया नहीं जा सकता। मेट्रो मैन डॉक्टर ई श्रीधरन ने भी जापान का दौरा किया था और कई सारी सुविधाओं का जायज़ा लिया था।

Rishi Raj

4 सितंबर, 1975 को दिल्ली में जन्मे ऋषि राज भारत सरकार के परिवहन क्षेत्र से जुड़े सार्वजनिक उपक्रम में संयुक्त निदेशक के समकक्ष पद पर कार्यरत हैं। सन् 1994 में भारतीय रेल कीसेवा में नियुक्ति से भारत भ्रमण कि शुरुआत हुई। अभी तक देश के 36 में से 34 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में भ्रमण कर चुके हैं। सन् 2012 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा के अनुभवों पर पहली पुस्तक ‘कैलाश दर्शन—कुछ यादें, कुछ बातें’ से लेखन शुरू किया। इस पुस्तक को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने ‘राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार’ से सम्मानित किया। सन् 2015 में ही उनकी पुस्तक ‘अतुल्य भारत की खोज’ और फिर सन् 2017 में ‘देशभक्ति के पावन तीर्थ’ की रचना की। सन् 2018 में इसका अंग्रेजी संस्करण ‘Patriotic Pilgrimage of India’ आया। अभी तक देशभक्ति व पर्यटन स्थलों से जुड़ी करीब 25 वीडियो का भी निर्माण कर चुके हैं, जो इनके यू ट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं।
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