Gaban ( Hindi)

Author :

MUNSHI PREMCHAND

Publisher:

Manjul Publishing House Pvt Ltd

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Publisher

Manjul Publishing House Pvt Ltd

Publication Year 2019
ISBN-13

9789387383715

ISBN-10 9387383717
Binding

Paperback

Number of Pages 256 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 20 x 14 x 4
Weight (grms) 260
सामाजिक परिवेश को दर्शाता प्रेमचंद का श्रेष्ठ उपन्यास हिंदी के महानतम साहित्यकारों की सूची हमेशा ही मुंशी प्रेमचंद के नाम के बिना अधूरी रहेगी. इस साहित्य सम्राट द्वारा लिखे गए उपन्यास ग़बन को उनकी सबसे लोकप्रिय रचनाओं में से एक माना जाता है. यह रामनाथ नाम के एक युवक की कहानी है जो नैतिक रूप से कभी स्थिर न रह पाने के कारण जीवन के सभी निर्णयों में कमज़ोर साबित हुआ. अपनी सुन्दर पत्नी जालपा की आभूषणों की चाह को पूरा करने के लिए, उसके व्यक्तिगत और आर्थिक दोनों पक्ष बिगड़ने लगते हैं और वह मुसीबतों में फंसता चला जाता है. इस उपन्यास के माध्यम से प्रेमचंद समाज के मध्यवर्ग का सजीव दर्पण प्रस्तुत करते हैं जो क्षणभंगुर दिखावट के लिए बहुत से स्वांग भरता है. इस कहानी में पाप-सम्मत समाज की असलियत भी दर्शाई गयी हैं, जिसमें सब कुछ है - चोरी, रिश्वतखोरी, झूठ, फ़रेब, हेरा-फेरी, विधवाओं की दुर्दशा और ग़बन. कहानी में प्रेमचंद ने समझौता-परस्त और महत्वकांशा से पूर्ण मनोवृति तथा पुलिस के चरित्र को बेबाकी से प्रस्तुत करते हुए कथा को जीवंत बना दिया है. यहाँ पारिवारिक जीवन का मनोविज्ञानिक चित्र भी है तथा नारी की आभूषणप्रियता और पुरुष का आत्मदर्शन भी. मध्यवर्गीय समाज की दुर्बलताओं को पति-पत्नी के जीवन में चरितार्थ करते हुए स्वाभाविक और यथार्थ कथा रची गयी है.

MUNSHI PREMCHAND

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