Hadtal Kal Hogi

Author :

Abhimanyu Anat

Publisher:

Penguin Swadesh

Rs224 Rs299 25% OFF

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Publisher

Penguin Swadesh

Publication Year 2024
ISBN-13

9780143471523

ISBN-10 014347152X
Binding

Paperback

Number of Pages 184 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 1.5
Weight (grms) 142

मॉरिशस के प्रतिभावान कथाकार अभिमन्यु अनत ने आधुनिक हिंदी कथा-साहित्य में अपना विशिष्ट स्थान बना लिया है। उनका यह उपन्यास उनके साहित्यिक व्यक्तित्व को नया आयाम प्रदान करता है।उपन्यास का नायक अमित भावुक है, चिंतक है, मजदूरों का नेता है। अमीर-गरीब के बाहर-भीतर के फासले से वह तिलमिला उठता है। मजदूर डेढ़ सौ साल बाद भी मजदूर ही है―एक बहुत बड़ी गोलाई की यात्रा, जहाँ आदमी वहीं लौट आता है, जहाँ से यात्रा शुरू करता है।अमित के जीवन की विडंबना यह है कि जिसे प्यार करता है, उसी के पिता से गहरी जंग छेड़ रखी है।एक सशक्त उपन्यास जो बार-बार सोचने पर बाध्य करता है कि इस दुनिया में हमारी कोई हस्ती क्यों नहीं है?

Abhimanyu Anat

जन्म : 9 अगस्त, 1937। मॉरिशस के प्रवासी भारतीय। हिन्दी कथाकार और कवि के रूप में मॉरिशस ही नहीं भारत में भी विशिष्ट ख्याति अर्जित की। अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्होंने मॉरिशस में न केवल प्रवासी भारतीयों की अस्मिता को नई पहचान दी बल्कि वहाँ भारतीय संस्कृति और हिन्दी भाषा व साहित्य का प्रचार-प्रसार भी किया। उपन्यास, कहानी, कविता, नाटक, जीवनी आदि विधाओं में करीब 55 पुस्तकें प्रकाशित तथा 50 से अधिक हिन्दी नाटकों का लेखन। प्रमुख पुस्तकें : लाल पसीना, गांधीजी बोले थे, नदी बहती रही, एक उम्मीर और, एक बीघा प्यार (उपन्यास); खामोशी के चीत्कार (कहानी-संग्रह); नागफनी में उलझी साँसें (कविता-संग्रह); देख कबीरा हाँसी (नाटक)। निधन : 4 जून, 2018.
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