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Publisher | National Book Trust |
Publication Year | 2025 |
ISBN-13 | 9789367190418 |
ISBN-10 | 9367190417 |
Binding | Paperback |
Number of Pages | 212 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 25 X 17 X 1.2 |
जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् (आईसीएचआर) की स्थापना मार्च 1972 में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्थान के रूप में हुई थी। इसके मुख्य उद्देश्य इतिहास की वस्तुनिष्ठ और वैज्ञानिक लेखन पद्धति को प्रोत्साहित करना तथा देश की सभ्यतागत विरासत के प्रति जागरूकता विकसित करना है। इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए, आईसीएचआर नियमित रूप से नवीनतम ऐतिहासिक अनुसंधानों की समीक्षा करता है। साथ ही, उपेक्षित एवं अध्ययन के नए क्षेत्रों को भी चिह्नित करता है।
हम कश्मीर के प्रति सदैव प्रतिबद्ध हैं। यह क्षेत्र कश्मीर से कन्याकुमारी तक और द्वारका से पूर्वोत्तर तक सभी का है। इसी तरह, यह देश प्रत्येक कश्मीरी का है
श्री अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री, भारत सरकार
यह मेरे लिए सीखने का अनुभव था। युवा पीढ़ी के लाभ के लिए इस प्रदर्शनी को पूरे भारत में ले जाया जा सकता है।
न्यायमूर्ति अभय एस. ओका, माननीय न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय, भारत
….उत्कृष्ट… पहली बार एक ऐसा प्रकाशन आया है, जो इन क्षेत्रों के साथ समान न्याय करता है और अनेक ऐसे रोचक तथ्य सम्मुख लाता है, जो आम जन को शायद ज्ञात न हों… दृष्टांत और चित्र आकर्षक हैं।
डॉ. करण सिंह, पूर्व (प्रथम) गवर्नर, जम्मू और कश्मीर, पूर्व केंद्रीय मंत्री
अत्यंत भव्य एवं प्रभावशाली प्रस्तुति। सभी स्कूली बच्चों को इस प्रदर्शनी को देखने का अवसर अवश्य मिलना चाहिए।
श्री एन.एन. बोहरा, पूर्व राज्यपाल, जम्मू और कश्मीर
Indian Council of Historical Research
,Raghuvendra Tanwar (Editor)
National Book Trust