Man Yogi Tan Bhasm Bhaya Box Set

Author :

Amrita Pritam

Publisher:

Penguin Swadesh

Rs559 Rs699 20% OFF

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Publisher

Penguin Swadesh

Publication Year 2025
ISBN-13

9780143477648

ISBN-10 0143477641
Binding

Paperback

Number of Pages 588 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 2.5
Weight (grms) 425

बुकसेट में शामिल अमृता प्रीतम की तीन बेहद चर्चित रचनाएँ केवल साहित्यिक धरोहर नहीं, बल्कि भारतीय समाज, नारी चेतना और विभाजन के दर्द का दस्तावेज़ हैं।बॉक्ससेट में शामिल पिंजर भारत-पाक विभाजन की त्रासदी पर आधारित यह उपन्यास स्त्री की अस्मिता, पीड़ा और संघर्ष की मार्मिक कथा है। अमृता प्रीतम ने नायिका 'पूरो' के माध्यम से सामाजिक बेड़ियों, धार्मिक हिंसा और नारी मन की गहराई को अत्यंत सशक्त ढंग से अभिव्यक्त किया है।संग्रह की दूसरी पुस्तक ख़तों का सफ़रनामा अमृता प्रीतम के जीवन के निजी पत्रों, संवादों और अनुभूतियों का दस्तावेज़ है। इसमें उनका आत्मीय, संवेदनशील और विचारशील पक्ष प्रकट होता है, जिससे पाठक उनके अंतर्मन को नज़दीक से जान पाता है।रसीदी टिकट अमृता की आत्मकथा है, जिसमें उनका व्यक्तिगत जीवन, प्रेम, लेखन और संघर्षों की स्पष्ट तथा निर्भीक अभिव्यक्ति है। इसमें उनका साहसी स्त्रीत्व, समाज से टकराने का आत्मबल और साहसिक दृष्टिकोण भी झलकता है।अमृता की ये तीनों रचनाएँ आज भी पाठकों के दिल को छूती हैं।

Amrita Pritam

बचपन और शिक्षा लाहौर में। किशोरावस्था से ही काव्य-रचना की ओर प्रवृत्ति। बँटवारे से पहले लाहौर से प्रकाशित होनेवाली मासिक पत्रिका 'नई दुनिया' का सम्पादन किया, फिर 'नागमणि' नामक पंजाबी मासिक निकाला। कुछ दिनों तक आकाशवाणी, दिल्ली से सम्बद्ध रहीं। 1956 में ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित और 1958 में पंजाब सरकार के भाषा-विभाग द्वारा पुरस्कृत। 1961 में सोवियत लेखक संघ के निमंत्रण पर मास्को-यात्रा, फिर मई, 1966 में बलगारिया लेखक संघ के निमंत्रण पर बलगारिया की यात्रा। ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ से सम्मानित। अब तक तीन दर्जन से अधिक पुस्तकें मूल पंजाबी में प्रकाशित, जिनमें से दो-तीन को छोड़कर प्राय: सभी पुस्तकों के हिन्दी अनुवाद। कुछ अन्य भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त रूसी, जर्मन आदि यूरोपीय भाषाओं में भी अनूदित। प्रमुख प्रकाशित पुस्तकें : ‘धूप का टुकड़ा’, ‘काग़ज़ और कैनवस’ (कविता-संग्रह); ‘रसीदी टिकट’, ‘दस्तावेज़’ (आत्मकथा); ‘डॉक्टर देव’, ‘पिंजर’, ‘घोंसला’, ‘एक सवाल’, ‘बुलावा’, ‘बन्द दरवाज़ा’, ‘रंग का पत्ता’, ‘एक थी अनीता’, ‘धरती, सागर और सीपियाँ’, ‘दिल्ली की गलियाँ’, ‘जलावतन’, ‘जेबकतरे’, ‘पक्की हवेली’, ‘आग की लकीर’, ‘कोई नहीं जानता’, ‘यह सच है’, ‘एक ख़ाली जगह’, ‘तेरहवाँ सूरज’, ‘उनचास दिन’, ‘कोरे काग़ज़’, ‘हरदत्त का ज़ि‍न्दगीनामा’ इत्यादि (उपन्यास); ‘अन्तिम पत्र’, ‘लाल मिर्च’, ‘एक लड़की एक जाम’, ‘दो खिड़कियाँ’, ‘हीरे की कनी’, ‘पाँच बरस लम्बी सड़क’, ‘एक शहर की मौत’, ‘तीसरी औरत’, ‘यह कहानी नहीं’, ‘अक्षरों की छाया में’ आदि (कहानी-संग्रह)। निधन : 31 अक्टूबर, 2005
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