Phool Shabnam Ke Poems

Author:

Govind Gulshan

Publisher:

Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.

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Publisher

Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.

Publication Year 2024
ISBN-13

9789392573637

ISBN-10 9392573634
Binding

Paperback

Number of Pages 120 Pages
Language (Hindi)
Dimensions (Cms) 22 X 14 X 1.5
Weight (grms) 150

मेरी पलकों पे अगर ख़्वाब उतरने लगते


दिन के लम्हा तभी नींदों में गुज़रने लगते


 


 


उनका पैग़ाम, अगर लेके चली आती सबा


फूल शबनम के हर इक शाख़ से झरने लगते


 


 


तितलियाँ अपने परों को नहीं फैलातीं अगर


रंग बरसात में फूलों के उतरने लगते


 


 


काश! आ जाती नज़र कोई अँधेरों में किरन


हम उमीदों की भी गलियों से गुज़रने लगते


 


 


दूरबीनों की सिफ़त होती अगर आँखों में


लोग अंजाम और आग़ाज़ से डरने लगते

Govind Gulshan

गोविंद गुलशन जन्म : 7 फरवरी, 1957, अनूपशहर (उ.प्र.) । शिक्षा : स्नातक । प्रकाशित कृतियाँ : जलता रहा चराग़, हवा के टुकड़े (ग़ज़ल-संग्रह) । साहित्यिक उपलब्धियाँ : आबरू-ए-ग़ज़ल (अंजुमन फ़रोग़-ए-उर्दू अवार्ड दिल्ली), इशरत किरतपुरी अवार्ड, नूर-ए-ग़ज़ल सम्मान, युग प्रतिनिधि सम्मान, सारस्वत सम्मान, 'समन्वय' सम्मान, अग्निवेश सम्मान, साहित्य शिरोमणि सम्मान, निर्मला देवी साहित्य स्मृति सम्मान, दयानंद गुप्त सम्मान, हापुड़ गौरव सम्मान, कायाकल्प साहित्य भूषण सम्मान, काव्यदीप सम्मान, काव्यलोक ग़ाज़ियाबाद साहित्य सम्मान, कायस्थ कुलभूषण सम्मान, ग़ज़ल कुंभ 2022 सम्मान । देश के अनेक कवि सम्मलनों और मुशायरों में निरंतर काव्य पाठ एवं दूरदर्शन और अन्य टी.वी. चैनलों से काव्य प्रसारण। संप्रति : पूर्व विकास अधिकारी एवं राजभाषा अधिकारी (सेवानिवृत्त), नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, ग़ाज़ियाबाद । संपर्क : 'ग़ज़ल', 224, सेक्टर-1, चिरंजीव विहार, ग़ाज़ियाबाद-201002 मोबाइल : 8826828708 इ-मेल : govindgulshan@gmail.com
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