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Publisher | Hindi Yugam |
Publication Year | 2019 |
ISBN-13 | 9789388754781 |
ISBN-10 | 9388754786 |
Binding | Paperback |
Number of Pages | 160 Pages |
Language | (Hindi) |
Weight (grms) | 195 |
यह किताब पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—ी परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं की तैयारी करने वाले हिंदी मीडियम के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को केंदà¥à¤° में रखकर लिखी गई है।
इस किताब में कोशिश की गई है कि हिंदी पटà¥à¤Ÿà¥€ के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की ज़रूरतों के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•़ कैरियर और ज़िंदगी दोनों की राह में उनकी सकारातà¥à¤®à¤• रूप से मदद की जाà¤à¥¤ इस किताब के छोटे-छोटे लाइफ़ मंतà¥à¤° इस किताब को खास बनाते हैं। ये छोटे-छोटे मंतà¥à¤° जीवन में बड़ा बदलाव लाने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखते हैं।
इस किताब की कà¥à¤› और ख़ासियतें à¤à¥€ हैं। इसमें परà¥à¤¸à¤¨à¥ˆà¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ डेवलपमेंट के पà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤•ल नà¥à¤¸à¥à¤–़ों के साथ सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¸ मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट पर à¤à¥€ विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से बात की गई है। चिंतन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में छोटे-छोटे बदलाव लाकर अपने कैरियर और ज़िंदगी को काफ़ी बेहतर बनाया जा सकता है। विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठरीडिंग और राइटिंग सà¥à¤•िल को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ पर à¤à¥€ इस किताब में बात की गई है। कà¥à¤² मिलाकर किताब में कोशिश की गई है कि सरल और अपनी-सी लगने वाली à¤à¤¾à¤·à¤¾ में यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मन को टटोलकर उनके मन के ऊहापोह और उलà¤à¤¨à¥‹à¤‚ को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¯à¤¾ जा सके।
इस मोटिवेशनल किताब में असफलता को हैंडल करने और सफलता की राह पर बढ़ते जाने कà¥à¤› नà¥à¤¸à¥à¤–़े à¤à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤ हैं। à¤à¤¸à¥‡ 26 यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की सफलता की शानदार कहानियाठà¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ इस किताब के अंत में शामिल हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तमाम पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•ूलताओं के बावजूद ‘रà¥à¤• जाना नहीं’ का मंतà¥à¤° अपनाकर सफलता की राह बनाई और यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ बने।
Nishant Jain IAS
Hindi Yugam