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Publisher | Rajkamal Parkashan Pvt Ltd |
Publication Year | 2022 |
ISBN-13 | 9789393603180 |
ISBN-10 | 9393603189 |
Binding | Paperback |
Edition | 1st |
Number of Pages | 216 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 22.5X14.5X2 |
Weight (grms) | 275 |
स्पष्टता के मैदान में प्रेमचन्द बड़ी-से-बड़ी बात को बड़े उलझन के अवसर पर कुछ इस तरह सुलझा कर कह जाते हैं कि मुश्किल-से-मुश्किल बात हमारे रोजमर्रा के, घरेलू जीवन की जानी-पहचानी चीज हो जाती है। उनकी बातों में कुछ ऐसा अनुभव का मर्म भरा होता है कि आदमी उसे कंठस्थ कर लेना चाहता है। उनकी बात स्पष्ट, दो टूक निर्णय होती है। और उनकी कलम सब जगह पहुँचती है, अँधेरे में भी धोखा नहीं देती —जैनेन्द्र कुमार
Premchand
Rajkamal Parkashan Pvt Ltd