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Publisher | Rajkamal Parkashan Pvt Ltd |
Publication Year | 2022 |
ISBN-13 | 9789393603234 |
ISBN-10 | 9393603235 |
Binding | Paperback |
Edition | 1st |
Number of Pages | 200 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 22.5X14.5X2 |
Weight (grms) | 250 |
प्रेमचन्द शताब्दियों से पददलित, अपमानित और निष्चेषित कृषकों की आवाज़ थे; पर्दे में क़ैद, पद-पद पर लांछित और असहाय नारी जाति की महिमा के ज़बर्दस्त वकील थे; ग़रीबों और बेकसों के महत्त्व के प्रचारक थे। अगर आप उत्तर भारत की समस्त जनता के आचार-विचार, भाषा-भाव, रहन-सहन, आशा-आकांक्षा, दुःख-सुख और सूझ-बूझ को जानना चाहते हैं तो प्रेमचन्द से उत्तम परिचायक आपको नहीं मिल सकता।— आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
Premchand
Rajkamal Parkashan Pvt Ltd