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Publisher | Rajkamal Parkashan Pvt Ltd |
Publication Year | 2013 |
ISBN-13 | 9788180315381 |
ISBN-10 | 818031538X |
Binding | Paperback |
Edition | 2nd |
Number of Pages | 116 Pages |
Language | (Hindi) |
Dimensions (Cms) | 22X14X1.5 |
Weight (grms) | 246 |
प्रस्तुत कहानी-संग्रह ‘ख़ुशक़िस्मत’ में सामाजिक विसंगतियों का बोध और उनसे उबरने की बेचैनी तथा मनोविज्ञान का समावेश किया गया है। इस कहानी-संग्रह में ‘एक अकेली तस्वीर ख़ुशक़िस्मत’, ‘कौवे और कोलकाता’, ‘चोरी’, ‘सूनी’, ‘बगिया’, ‘छोटे गुरु’, ‘परदेशी’, ‘पंडिताइन’, ‘लड़के’, ‘राएवाली’, ‘बसन्त-सिर्फ़ एक तारीख़’, ‘तस्कीं को हम न रोए’, ‘ख़ाली होता हुआ घर’, ‘एक अदद औरत’ आदि कहानियाँ संगृहीत हैं। नई साज-सज्जा के साथ प्रस्तुत यह अनुपम कहानी-संग्रह निस्सन्देह पठनीय और संग्रहणीय है।
Mamta Kaliya
Rajkamal Parkashan Pvt Ltd