Publisher |
LOKBHARTI PRAKASHAN |
Publication Year |
2024 |
ISBN-13 |
9788119996490 |
ISBN-10 |
8119996496 |
Binding |
Hardcover |
Number of Pages |
248 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
22 X 14.5 X 2.5 |
काँधों पर घर दूर-दराज़ के इलाकों से अपने सपनों की गठरी बाँधकर दिल्ली आए लोगों की अनेक कहानियाँ कहता उपन्यास है। एक जीवन में अनेक पहचानों और अनेक संघर्षों से जूझते लोग इसमें नज़र आएँगे।
पूनम इन्हीं में से एक है जो अपने सूरज का हाथ थामकर बदायूं से दिल्ली चली आई। शहर के जीवन ने पूनम को एक सपना सौंपा और साथ सौंपा उसके सपने को अपना मानने वाले लोगों का अटूट भरोसा। इस तरह एक सपने में अचानक कई-कई सपने झांकने लगे। जीवन के आंधी-तूफान में पूनम ने एक छोटा-सा सपना साकार किया पर सपने और हकीकत के बीच संघर्षों का दरिया तेज़ तूफान लिए था। इन लोगों के पांव तले जमीन कच्ची थी पर पूनम, फरीदा, सुगंधा, मुनमुन, नेचू, पंकज और सूरज का हौसला पक्का था। ये ऐसे ही ज़िन्दादिल लोगों की कहानी है जो एक से दो, दो से तीन और आगे बढ़ते-बढ़ते एक काफिला बनाते चलते गए। अपने खून-पसीने से जिन्होंने दूसरों के लिए स्वर्ग रचे। ऐसे लोग जो शहर को शहर बनाते हैं पर शहर का भरा-पूरा आसमान अक्सर ज़मीन के इन लोगों की तरफ देखता भी नहीं।
ये कहानी दिल्ली के उस यमुना पुश्ते की कहानी है जिसका अपना एक इतिहास रहा है। वे लाखों लोग पुश्ते से हटाकर कहीं और बसा दिए गए पर वीरान पुश्ते में दबी आवाज़ें उस पूरे संसार को सामने ले आती हैं जो जीवन के आरोह-अवरोह की जीवंत शरणस्थली था। इनका जीवन जैसे विस्थापन के एक चक्र में उलझा रहता है। एक विस्थापन समाप्त होता है तो दूसरा शुरू हो जाता है।
Pragya
जन्म: दिल्ली शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में पी-एच.डी.। प्रकाशित कृतियाँ: कहानी संग्रह: तक़्सीम, मन्नत टेलर्स। उपन्यास: गदड़ बस्ती नाट्यालोचना से संबंधित किताबें: नुक्कड़ नाटक: रचना और प्रस्तुति, जनता के बीच: जनता की बात, नाटक से संवाद, नाटक: पाठ और मंचन, बाल-साहित्य: तारा की अलवर यात्रा । सामाजिक सरोकारों पर आधारित किताब: आईने के सामने. पुरस्कार: सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से 'तारा की अलवर यात्रा' को प्रथम पुरस्कार, वर्ष 2008. प्रतिलिपि डॉट कॉम, कथासम्मान 2015. 'तक्सीम' कहानी को प्रथम पुरस्कार. उपन्यास 'गूदड़ बस्ती' को मीरा स्मृति पुरस्कार 2016, स्टोरी मिरर डॉट कॉम कांटेस्ट-3, 2017, कहानी ‘पाप, तर्क और प्रायश्चित' को प्रथम पुरस्कार. कहानी-संग्रह 'तक्सीम' को प्रथम पुरस्कार। महेंद्र प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार-2019 सम्प्रति: किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर।.
Pragya
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