Publisher |
Penguin Swadesh |
Publication Year |
2024 |
ISBN-13 |
9780143464037 |
ISBN-10 |
0143464035 |
Binding |
Paperback |
Number of Pages |
224 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
22 X 14 X 1.5 |
Weight (grms) |
170 |
इस कहानी संग्रह की 26 कहानियाँ भावों, दृश्यों और जीवन स्थितियों का एक सुंदर कोलाज बनाती हैं, जिसके इंद्रधनुषी रंग मन ही नहीं, आत्मा तक को छूने, भिगोने, अभिभूत करने और झकझोरने का काम करते हैं। इन कहानियों के पाठ का प्रभाव भी अपने-आप में अनूठा ही होता है। जहाँ “नवरात्र पूजा” संबंधों की मनोवैज्ञानिक गुत्थियों से मिलवाती है तो “एकदा एक्स” प्रेम के आयाम को बड़ा करने की कुंजी पेश करती है, वहीं “दो चाँद और तीन कहानियाँ” में कथाकार युवा मन की दुर्लभ थाह लेते हुए पाठक को अपने साथ गहराई तक ले जाता है।
संजीदा पाठकों को दुष्यन्त के उजले-स्याह किरदारों और उनके बहुरंगी कारनामों में मानव सभ्यता के भविष्य की आहटें भी मिलती हैं। यही विविधता समकालीन भारतीय लेखकों में उनको विशिष्ट पहचान देती है।
Dushyant
आधुनिक भारतीय इतिहास में डॉक्टरेट दुष्यन्त अखबार में फीचर एडिटर रहे। उनकी कविता, कहानी, अनुवाद, इतिहास आदि विधाओं में दस किताबें पेंगुइन सहित कई नामी प्रकाशकों से प्रकाशित हुईं और चर्चा में रही हैं। पहला कहानी संग्रह पेंगुइन से अप्रैल 2013 में जुलाई की एक रात नाम से आया था जिसे बीबीसी हिंदी ने उस साल की खास किताबों में शामिल किया था। उनकी कहानी “कबूतर” का अंग्रेजी अनुवाद भारत-पाकिस्तान के चुनिंदा कहानीकारों की कहानियों के संकलन (संपादक-पाकिस्तानी पत्रकार-लेखक सेहर मिर्ज़ा) में शामिल किया गया। वे दैनिक भास्कर, अमर उजाला और नवभारत टाइम्स जैसे कई बड़े अखबारों के कॉलमिस्ट भी रहे हैं। संप्रति वे फिल्मों से जुड़े हैं, पटकथा और गीत लेखन में सक्रिय हैं।
Dushyant
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