Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2017 |
ISBN-13 |
9789350576298 |
ISBN-10 |
9789350576298 |
Binding |
Paperback |
Edition |
FIRST |
Number of Pages |
73 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
21x14x0.5 |
Weight (grms) |
134 |
इस पुस्तक में बेटी की परवरिश के लिए माँ को ऐसे दिशा निर्देश दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर वह बेटी के जीवन शैली को संवारने में अपने दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वाह कर सकती हैं। वास्तव में, बेटी के जन्म लेने के बाद घर में माँ ही उसकी सबसे पहली गुरु होती है। बेटी अपने जीवन के तमाम अच्छे संस्कार अपने माँ से ही ग्रहण करती है। ऐसे में प्रत्येक माँ के लिए बेटी के प्रति सभी दायित्वों का सावधानी से निर्वाह करना अत्यंत आवश्यक है। आधुनिक युग में नारी, समाज तथा देश के लिए महत्त्वपूर्ण बन गई है। माँ द्वारा बेटी को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उसे अच्छे और बुरे की पहचान करने की शिक्षा देना आवश्यक है। इस पुस्तक में उन सभी तथ्यों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया है, जिसे एक माँ द्वारा अपनाया जाना चाहिए। बेटी को शिक्षित व जिम्मेदार बनाने के लिए यह पुस्तक प्रत्येक परिवार में संग्रहनीय है।
Sheela Saluja
शीला सलूजा स्त्री विषयों की गहरी सूझ-बुझ रखने वाली प्रखर लेखिका है गृहशोभा , मनोरमा, सरिता, अमर उजाला, ट्रिब्यून, राजस्थान पत्रिका, जागरण, ग्रहलक्षमी जैसी देश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं मे उनकी ३५० से भी अधिक रचनाओ प्रकाशित हो चुकी है
इसी प्रकार शिक्षा तथा समाज एवं मनोविज्ञान विषयो मे पारंगत लेखक चुन्नीलाल सलूजा की ३३ वर्षो मे लगभग १६०० रचनाएँ छप चुकी है राष्ट्रपति पदक तथा अन्य अनेक पुस्तकारो द्वारा सम्मानित लेखक पत्नी शीला जी के साथ तथा स्वतंत्र लेखक के तौर पर अभी तक इनकी आधा दर्जन से अधिक पुस्तके प्रकाशित हो चुकी है
Sheela Saluja
V & S Publishers