Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2016 |
ISBN-13 |
9789350576779 |
ISBN-10 |
9789350576779 |
Binding |
Paperback |
Number of Pages |
54 Pages |
Language |
(Hindi) |
Weight (grms) |
77 |
शादी के बाद, पति और पत्नी का विवाहित जीवन शुरू होता है, जो जीवन भर चलता है। कभी-कभी प्रकृति, शारीरिक विकलांगता या किसी अन्य कारणों से मतभेद के कारण जीवन खट्टा हो जाता है। इन दिनों बहुत से लोग प्रगतिशील के बारे में सोचते हैं, इसके बावजूद उनके विवाहित जीवन में जटिलताएँ हैं। यदि पारस्परिक महत्व की संतुष्टि नहीं है, तो कभी-कभी आधे जीवन की अत्यधिक व्यस्तता के कारण, उन्हें एक साथ रहने का समय नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में, युगल अनाज हैं। जिसकी समझ बसी हो। इस पुस्तक में बताया गया है कि किस तरह से वर्तमान की जटिल परिस्थितियों में रहने वाले दंपति को एक-दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करना चाहिए, ताकि पति-पत्नी के बीच की दूरी खुशियों में बदल सके। इसके अलावा, पुस्तक में विवाहित जीवन के सभी छिपे हुए बाधाओं और तनाव-संघर्षों को दूर करने के ऐसे पेशेवर तरीकों का भी उल्लेख किया गया है, जिनके अपनाने से उनके बीच प्रेम, सद्भाव, सद्भाव और बलिदान की भावना का विकास होता है। यह एक उपयोगी पुस्तक है जो विवाहित जीवन के आपसी तनावों को दूर करके घर में खुशियाँ लाती है।
Sheela Saluja
शीला सलूजा स्त्री विषयों की गहरी सूझ-बुझ रखने वाली प्रखर लेखिका है गृहशोभा , मनोरमा, सरिता, अमर उजाला, ट्रिब्यून, राजस्थान पत्रिका, जागरण, ग्रहलक्षमी जैसी देश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं मे उनकी ३५० से भी अधिक रचनाओ प्रकाशित हो चुकी है
इसी प्रकार शिक्षा तथा समाज एवं मनोविज्ञान विषयो मे पारंगत लेखक चुन्नीलाल सलूजा की ३३ वर्षो मे लगभग १६०० रचनाएँ छप चुकी है राष्ट्रपति पदक तथा अन्य अनेक पुस्तकारो द्वारा सम्मानित लेखक पत्नी शीला जी के साथ तथा स्वतंत्र लेखक के तौर पर अभी तक इनकी आधा दर्जन से अधिक पुस्तके प्रकाशित हो चुकी है
Sheela Saluja
V & S Publishers