Publisher |
V & S Publishers |
Publication Year |
2019 |
ISBN-13 |
9789350576892 |
ISBN-10 |
9789350576892 |
Binding |
Paperback |
Edition |
FIRST |
Number of Pages |
38 Pages |
Language |
(Hindi) |
Dimensions (Cms) |
21x13x0.5 |
Weight (grms) |
70 |
आज भी अधिकांश लोगो में संभोग संबंधी गलतफमियां व्यापक रूप से फैली हुई है। दरअसल ये धारणाएं उन्हें अपने बुजुर्गो से संस्कार में मिली होती है, जिन पर वे आँख मूंदकर विश्वास कर लेते है। वे चाहते ही नहीं कि इनका ठोस वैज्ञानिक आधार पता कर गलत-सही, उचित-अनुचित का पता लगाए। ऐसा न करने से स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह अवश्यभावी है। इनका वैज्ञानिक पक्ष क्या है और इनके पीछे की सच्चाई कौन-सी है ? इन्हे अच्छी तरह समझना होगा, तभी तमाम गलतफहमिया दूर होंगी और आप लाभान्वित होकर स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। प्रस्तुत पुस्तक में आम लोगो के बीच फैली संभोग संबंधी गलतफहमियो के पीछे वैज्ञानिक तथ्यों की सच्चाई बया की गई है। इस पुस्तक का उदेश्य लोगो के बीच संभोग संबंधी इन गलत धारणाओं को दूर कर उन्हें एक स्वस्थ सेक्स लाइफ जीने के प्रति प्रेरित करना है। सेक्स संबंधी गलत धारणाओं की वजह से कई अच्छे वैवाहिक संबंध टूट जाते है, जबकि इसका मूल कारण सिर्फ सेक्स के प्रति अज्ञानता है। समाज में संभोग संबंधी गलतफहमियो को दूर करने वाली एक उपयोगी पुस्तक। प्रत्येक दम्पति के लिए संग्रहनिये।
Dr. Prakash Chandra Gangrade
डॉ. प्रकाशचंद्र गंगराड़े की लगभग 350 रचनाओं ने देश की अनेक प्रतिष्ठा पत्र-पत्रिकाओं मे स्थान बनाया है। यूनीवार्ता एवं पब्लिकेशन सिटीकेट जैसी एजेंसियों के माध्यम से भी इनकी रचनाएं प्रकाश मे आई है। आकाशवाणी भोपाल केंद्र से इनकी 75 से अधिक वार्ताएं प्रसारित हो चुकी है। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओ मे अनेक पुरस्कार प्राप्त कर इन्होने विघारत्न, साहित्यालंकार, साहित्य कला विघालंकार, साहित्यश्री जैसी उपाधियाँ प्राप्त करने मे भी सफलता पाई है। अपने सुलेखन के लिए सभी के बीच निरंतर प्रशंशित हुए है।
Dr. Prakash Chandra Gangrade
V & S Publishers